क्या होती है ओवेरियन सिस्ट? क्या होते हैं इसके लक्षण, कारण और उपचार?
ओवरियन सिस्ट (अंडाशय में गांठ)
क्या होती है ओवेरियन सिस्ट (Ovarian cyst)?
ओवेरियन सिस्ट अंडाशय में विकसित होती है जो की दोनों या किसी एक अंडाशय में हो सकती है | क्या आपको यह पता है की अंडाशय का आकार राजमा के दाने जितना होता है | अंडाशय में अंडो के साथ होर्मोनेस की रचना भी बहुत है, जो की हैं:
- एस्ट्रोजन
- प्रोजेस्टेरोन
ओवेरियन सिस्ट को अंडाशय में गांठ भी कहा जाता है और अगर इसको सरल भाषा में कहें तो यह ओवरी में तरल प्रदार्थ से बनी थैली को कहा जाता है | परेशानी यह है की सिस्ट या गांठ का कोई भी लक्षण तब तक नहीं दिखता है की जब तक उसका आकार बढ़ न जाए |
ओवेरियन सिस्ट के लक्षण कोनसे होते हैं ?
महिलाओं के शरीर में ओवेरियन सिस्ट कई बार कुछ हफ्तों के लिए होती है और कई बार यह महीनों तक भी बानी रहती है | दिक्कत यह है की यह खुद ब खुद ही बढ़ने लग जाती है | इसे के चलते कई बार अलग–अलग लक्षण देखे जा सकते हैं | इनमे के कुछ निचे लिखे गए हैं:
- कमर का आकार बढ़ना
- मलत्याग में असहजता व अत्यधिक दर्द
- संभोग के दौरान बहुत ही ज़्यादा दर्द महसूस होना
- दर्द महसूस होना – पेट अथवा श्रोणि में
- भूख पहले के कम लगना
- पेट में अत्यधिक फुलावट या सूजन
- बार–बार पेशाब आना
- मलाशय या मूत्राशय पर दबाव
यदि ऐसा है की आप माँ बनने का सोच रही है और आपको परिशानी आ रही तो आपको बेस्ट IVF Centre in Punjab में जाकर अपना इलाज करवाना चाहिए | यदि आपको प्रेगनेंसी के लिए कोशिश करते हुए 6 से 12 महीने हो चुके हैं तो आपको हमारे fertility clinic in Moga में आकर हमारे फर्टिलिटी एक्सपर्ट से विचार– विमर्श करें की आपकी लिए सबसे सही क्या होगा |
क्या है ओवेरियन सिस्ट के कारन और प्रकार?
ओवेरियन सिस्ट के कारण और ज़रूर प्रकार निचे लिखे गए हैं :
- फॉलिकुलर सिस्ट
मासिक धर्म के दौरान एक अंडा बनता है जो की थैली से बाहर निकलता है और यदि अगर ऐसा संभव न हो पाए तो वह सिस्ट या गांठ का रूप ले लेता है |
- कॉपर्स ल्यूटियम सिस्ट
आमतौर पर जब फॉलिकल निकलता है तो यह सिस्ट खुद ही नष्ट हो जाती है पर के बार इसमें तरल प्रदार्थ रह जाता है कॉपर्स ल्यूटियम सिस्ट की वजह बन जाता है |
- पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम
पीसीओएस (PCOS) महिलाओं में बहुत ही आम समस्या बन चुकी है | इस समस्या में ज़रूरी है महिला अपना सही समय पर इलाज शुरू करवाएं ताकि वह किसी और समस्या में तब्दील न हो जाए जैसे की उच्च रक्तचाप, चिंता, उच्च कोलेस्ट्रोल, और अवसाद, दिल का दौरा | यह समझना ज़रूरी है की इस समस्या से बांझपन का खतरा बढ़ जाता है, तो आपको सही समय पर अपना इलाज शुरू करवा लेना चाहिए |
ओवरियन सिस्ट (अंडाशय में गांठ) का उपचार क्या है?
इस समस्या के लिए अलग–अलग उपचार है जो की डॉक्टर आपकी स्थिति के अनुसार आपको बतायंगे |न कई बार तो यह गांठे खुद ही सही हो जाती हैं पर कई बार इनके लिए इलाज करवाना पड़ता है क्यूंकि यह हानिकारक साबित हो सकती हैं | इसको चेक करने के लिए डॉक्टर रूटीन अल्ट्रासाउंड करते हैं, जिसकी की यह पता लगया जा सके की गांठ मौजूद है | परन्तु यह ध्यान रखे की इसका ऑपरेशन करने के लिए 20 सप्ताह की गर्भावस्था के बाद ही सम्भव होता है, क्यूंकि उससे पहले खतरा हो सकता है | इस
इस समस्या के लिए डॉक्टर आपको लेप्रोस्कोपी सर्जरी करवाने की भी सलाह दे सकते हैं, क्यूंकि इसके ज़रिये गांठ को निकल दिया जाता है | आपकी स्थिति के ऊपर निर्भर करता है की आपके लिए कोनसी ट्रीटमेंट सबसे सही रहेगी | अधिक जानकारी के लिए आप हमारे डॉक्टर से परामर्श का सकते हैं |
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